हिन्दुओ में बाल विवाह की प्रथा तो कब की ख़त्म हो गई अब मुस्लिम कब इस बुराई से बहार आएंगे
जाते........ हिन्दू बहु बेटियों साथ ऐसा न हो इसलिए उस समय हिन्दुओ ने अपनी बेटियों की शादी छोटी उम्र में करना शुरू कर दी और लडकों की भी शादी क्र दी गई...........लेकिन शादी के बाद भी दोनों इकठे नही रहते थे उनकी शादी होती थी........ लेकिन विदाई तभी की जाती थी जब लड़की बड़ी हो जाती थी........... और जब लड़की जवान हो जाती तो
उसको उसके पति क पास भेज दिया जाता था
इन्ही मुसलमानों द्वारा जब बहु बेटियों की इज्ज़त खतरे में आ गई और मुसलमानों से लड़ते हुए जब हिन्दू शिपाही मर जाते थे तो उनकी पत्निय भी अपना जीवन समाप्त कर देती थी....... क्युकी हिन्दुओ में अपने जीवन साथी क प्रति समर्पण होता है और कोई भी ग़ैर मर्द उन्हें हाथ न लगाए इसलिए वोह अपने आप को अग्नि के हवाले कर देती थी क्युकी अग्नि को हिन्दू धर्म में सबसे पवित्र मन जाता है इसलिए वोह अग्नि में समा जाती थी यह सोच कर की उनका जीवन भी पवित्र रहा है और मरने क बाद भी वोह पवित्र ही मरेगी....... इसका उदाहरन आप राजपूतो की जोहर प्रथा से ले सकते है............ भारत में इस्लाम से पहले या मुसलमान आक्रमणों से पहले आपको बाल विवाह या सटी प्रथा जैसा कोई भी किस्सा नही मिलेगा.....जिस देश में औरतो को स्वयम्वर द्वारा अपना पति चुन ने की आज़ादी थी जिस देश में औरतो का दर्ज़ा सबसे ऊँचा है उस देश को बदनाम करने की साजिश है इतिहास पूरी तरह से नही बताया गया है ......... क्युकी उन लोगो को डर था की अगर इनको इतिहास का पता लग जायेगा तो नफरत और बढेगी............ में नफरत नही फेलाना चाहता सिर्फ हिन्दुओ को जागृत करना चाहता हु और उन लोगो का मुह बंद करवाना चाहता हु जो हिन्दू धर्म को बुरा बोलते है............... अरे हिन्दू में बाल विवाह था यह बोलने वालो आपके धर्म में तो अबी तक यह सब चल रहा है पहले खुद का ढोंग बंद करवाओ फर किसी को बोलना
1000 साल पहले मुस्लिम हमलावरों ने भारत में आकर यह लूट मचाई वोह दुसरे देशो से यह आते लूट मचाते क़त्ल ए आम करते और चले जाते. लेकिन जब मुसलमान यह पैर शासन करने के लिए आये तो उन्होंने बलात्कार जैसी करतूते करना शुरू करी.. जो हिन्दू कुंवारी लड़की उनको दिख जाए वोह मुसलमान शासक या उसके सिपाही या अन्य मुसलमान व्यापारी उन लडकियो का अपहरण करके उन्हें ले
जाते........ हिन्दू बहु बेटियों साथ ऐसा न हो इसलिए उस समय हिन्दुओ ने अपनी बेटियों की शादी छोटी उम्र में करना शुरू कर दी और लडकों की भी शादी क्र दी गई...........लेकिन शादी के बाद भी दोनों इकठे नही रहते थे उनकी शादी होती थी........ लेकिन विदाई तभी की जाती थी जब लड़की बड़ी हो जाती थी........... और जब लड़की जवान हो जाती तो
उसको उसके पति क पास भेज दिया जाता था
इन्ही मुसलमानों द्वारा जब बहु बेटियों की इज्ज़त खतरे में आ गई और मुसलमानों से लड़ते हुए जब हिन्दू शिपाही मर जाते थे तो उनकी पत्निय भी अपना जीवन समाप्त कर देती थी....... क्युकी हिन्दुओ में अपने जीवन साथी क प्रति समर्पण होता है और कोई भी ग़ैर मर्द उन्हें हाथ न लगाए इसलिए वोह अपने आप को अग्नि के हवाले कर देती थी क्युकी अग्नि को हिन्दू धर्म में सबसे पवित्र मन जाता है इसलिए वोह अग्नि में समा जाती थी यह सोच कर की उनका जीवन भी पवित्र रहा है और मरने क बाद भी वोह पवित्र ही मरेगी....... इसका उदाहरन आप राजपूतो की जोहर प्रथा से ले सकते है............ भारत में इस्लाम से पहले या मुसलमान आक्रमणों से पहले आपको बाल विवाह या सटी प्रथा जैसा कोई भी किस्सा नही मिलेगा.....जिस देश में औरतो को स्वयम्वर द्वारा अपना पति चुन ने की आज़ादी थी जिस देश में औरतो का दर्ज़ा सबसे ऊँचा है उस देश को बदनाम करने की साजिश है इतिहास पूरी तरह से नही बताया गया है ......... क्युकी उन लोगो को डर था की अगर इनको इतिहास का पता लग जायेगा तो नफरत और बढेगी............ में नफरत नही फेलाना चाहता सिर्फ हिन्दुओ को जागृत करना चाहता हु और उन लोगो का मुह बंद करवाना चाहता हु जो हिन्दू धर्म को बुरा बोलते है............... अरे हिन्दू में बाल विवाह था यह बोलने वालो आपके धर्म में तो अबी तक यह सब चल रहा है पहले खुद का ढोंग बंद करवाओ फर किसी को बोलना
1000 साल पहले मुस्लिम हमलावरों ने भारत में आकर यह लूट मचाई वोह दुसरे देशो से यह आते लूट मचाते क़त्ल ए आम करते और चले जाते. लेकिन जब मुसलमान यह पैर शासन करने के लिए आये तो उन्होंने बलात्कार जैसी करतूते करना शुरू करी.. जो हिन्दू कुंवारी लड़की उनको दिख जाए वोह मुसलमान शासक या उसके सिपाही या अन्य मुसलमान व्यापारी उन लडकियो का अपहरण करके उन्हें ले

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