अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में फरखंदा नाम की एक समाजसेवा करने वाली महिला को सिर्फ इसलीऐ
पीट पीट कर मार डाला गया कि उसने समाज में बुराई फैलाने वाले एक गुनहगार को समझाने की कोशिश की फरखंदा नाम की समाजसेविका का सपना था कि उसके समाज में महिलाओं की ईज्जत हो और उसके समाज के बच्चे भी पढ लिख कर शिक्षित हों और सभ्य बनें उस कोशिश में उसने एक पाखंडी 💀तांत्रिक को समझाने की कोशिश की जो समाज में ढोंग करके लोगों में अंधविश्वास फैलाता था और शरीफ लोगों को गुमराह करता था
फरखंदा ने उस तांत्रिक को समझाने की कोशिश की वो समाज में अंधविश्वास फैलाना बंद कर दे पर वो शैतान नहीं सुधरा और उल्टे उसने फरखंदा के खिलाफ ये अफवाह फैला दी कि फरखंदा ने धार्मिक किताब को 🔥जलाया है बस्ती के लोगों ने सच्चाई जानने की कोशिश नहीं की खरबंदा ने ऐसा किया है या नहीं बस सारे बस्ती वाले लाठी डंडे लेकर उस पर टूट पडे और पीट पीट कर उसे जख्मी कर दिया वो इतने पर भी नहीं रूके उन्होंने फिर फरखंदा के उपर कार चढा दी फिर उसके शव को 🔥आग लगा कर नदी में फेंक दिया वो बेचारी आखिरी सांस तक यही बोलती रही कि वो बेगुनाह है पर शैतानों ने उसकी बात नहीं सुनी
पीट पीट कर मार डाला गया कि उसने समाज में बुराई फैलाने वाले एक गुनहगार को समझाने की कोशिश की फरखंदा नाम की समाजसेविका का सपना था कि उसके समाज में महिलाओं की ईज्जत हो और उसके समाज के बच्चे भी पढ लिख कर शिक्षित हों और सभ्य बनें उस कोशिश में उसने एक पाखंडी 💀तांत्रिक को समझाने की कोशिश की जो समाज में ढोंग करके लोगों में अंधविश्वास फैलाता था और शरीफ लोगों को गुमराह करता था
फरखंदा ने उस तांत्रिक को समझाने की कोशिश की वो समाज में अंधविश्वास फैलाना बंद कर दे पर वो शैतान नहीं सुधरा और उल्टे उसने फरखंदा के खिलाफ ये अफवाह फैला दी कि फरखंदा ने धार्मिक किताब को 🔥जलाया है बस्ती के लोगों ने सच्चाई जानने की कोशिश नहीं की खरबंदा ने ऐसा किया है या नहीं बस सारे बस्ती वाले लाठी डंडे लेकर उस पर टूट पडे और पीट पीट कर उसे जख्मी कर दिया वो इतने पर भी नहीं रूके उन्होंने फिर फरखंदा के उपर कार चढा दी फिर उसके शव को 🔥आग लगा कर नदी में फेंक दिया वो बेचारी आखिरी सांस तक यही बोलती रही कि वो बेगुनाह है पर शैतानों ने उसकी बात नहीं सुनी

No comments:
Post a Comment